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"अंगारा " बाँहें खोले संसार तुम्हरा स्वागत को हैं खड़ा हुआ लेकिन....!! पैरों के नीचे अंगार पड़ा है आगे बढूं मैं कैसे यहाँ पर रास्ता पार करू मैं ...