लेखनी प्रतियोगिता -20-Feb-2023 "अंगारा"

1 Part

334 times read

16 Liked

       "अंगारा " बाँहें खोले संसार तुम्हरा स्वागत को हैं खड़ा हुआ लेकिन....!!  पैरों के नीचे अंगार पड़ा है आगे बढूं मैं कैसे यहाँ पर रास्ता पार करू मैं ...

×